I Love Manish Sisodia: स्कूल में लगे आई लव मनीष सिसोदिया के पोस्टर पर प्रिंसिपल के खिलाफ FIR दर्ज
सिसोदिया का मामला अभी विचाराधीन हैं, ऐसे में उनके समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर सीधे तौर पर संविधान का मजाक उड़ाया गया है। ऐसा कर ये लोग न सिर्फ आम लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, बल्कि स्कूल की छात्राओं को अपराध बोध से दूर रखने की साजिश रची है। इस अभियान को लेकर सर्वोदया कन्या विद्यालय में मनीष सिसोदिया के समर्थन में स्कूल के गेट पर एक बड़ा सा बैनर लगाया गया है। इस बात से नाराज एक व्यक्ति ने प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिहा करने के लिए आई लव मनीष सिसोदिया अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को लेकर सर्वोदया कन्या विद्यालय में मनीष सिसोदिया के समर्थन में स्कूल के गेट पर एक बड़ा सा बैनर लगाया गया है। इस बात से नाराज एक व्यक्ति ने प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
बता दे आई लव मनीष सिसोदिया अभियान चलाने पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क थाने में मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि शराब नीति मामले में भ्रष्टाचार के आरोपी मनीष सिसोदिया के महिमा मंडन के लिए एसएमसी संयोजक व सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल ने संसाधनों का गलत इस्तेमाल किया।
स्कूल के गेट पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर न सिर्फ स्कूल को गंदा किया, बल्कि आरोपी को बचाने के लिए आपराधिक साजिश रची। इसमें जबरन स्कूली छात्राओं को भी शामिल किया गया।
पुलिस के अनुसार, दिवाकर पांडेय ने पुलिस आयुक्त से मामले की शिकायत की। इसके बाद शनिवार को इस संबंध में शास्त्री पार्क थाने में दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ डिफेसमेंट ऑफ पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट-2007 (सार्वजनिक संपत्ति को गंदा करने या नुकसान पहुंचाने) का मामला दर्ज किया गया है।
पांडेय ने आरोप लगाया है कि सिसोदिया को सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है। वे अभी कस्टडी में हैं। शुक्रवार को शास्त्री पार्क के सर्वोदय कन्या विद्यालय में सिसोदिया के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्कूल एसएमसी की संयोजक गजाला और प्रिंसिपल गीता रानी ने क्लास रूम से डेस्क निकलवाकर मेन गेट पर रखवा दिए। इसके बाद गेट पर बड़े पोस्टर लगाकर आई लव मनीष सिसोदिया लिखवा दिया।
सिसोदिया का मामला अभी विचाराधीन हैं, ऐसे में उनके समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर सीधे तौर पर संविधान का मजाक उड़ाया गया है। ऐसा कर ये लोग न सिर्फ आम लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, बल्कि स्कूल की छात्राओं को अपराध बोध से दूर रखने की साजिश रची है।
पुलिस आयुक्त कार्यालय ने शिकायत मिलने के बाद इसे उत्तर-पूर्वी जिले में भेजा गया। छानबीन के बाद पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और वीडियो से मामले की जांच कर रही है।