भव्यता के साथ पूरे देश में मनाया जाएगा रामनवमी का पर्व, 5 लाख गांवों में दिखेगा उत्साह

बीते 22 जनवरी को 500 वर्ष के संघर्ष के बाद प्रभु राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं

भव्यता के साथ पूरे देश में मनाया जाएगा रामनवमी का पर्व, 5 लाख गांवों में दिखेगा उत्साह

बीते 22 जनवरी को 500 वर्ष के संघर्ष के बाद प्रभु राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं. उस दौरान पूरा देश राममय हो गया था. देश के सभी गांव, सभी मोहल्ले, सभी मठ, मंदिर में प्रभु राम के विराजमान होने का उत्सव मनाया गया था. एक बार फिर कुछ ऐसा ही नजारा चैत्र रामनवमी में देखने को मिलेगा. 17 अप्रैल को पूरे देश में रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा, क्योंकि चैत्र माह की नवमी तिथि को प्रभु राम का जन्म हुआ था. भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद प्रभु राम का यह पहला जन्मोत्सव होगा. देश के 5 लाख से ज्यादा गांव-मोहल्ले और कस्बों के साथ-साथ मठ-मंदिरों में जन्मोत्सव मनाने की अपील की जा रही

प्रभु राम के जन्मोत्सव को ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट और अयोध्या जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है. वहीं राम मंदिर ट्रस्ट ने पूरे देशवासियों से अपील की है कि वह अपने मठ अपने मंदिर में प्रभु राम का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाएं. इसके अलावा प्राण प्रतिष्ठा की तर्ज पर ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी लोगों से अपील कर रहे हैं, जिससे एक बार फिर देश में राममय वातावरण देखने को मिले.

राम जन्मोत्सव की तैयारी तेज
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को प्रभु राम अपने जन्मभूमि पर प्राण प्रतिष्ठित हुए थे. उसके बाद से लगातार रामभक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. अब राम जन्मोत्सव की तैयारी तेजी के साथ की जा रही है. पहली बार प्रभु राम का जन्मोत्सव भव्य मंदिर में होगा. राम मंदिर ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पूरे देश के लोगों से अपील कर रहे हैं कि प्रभु राम का जन्मोत्सव घर-घर मनाया जाए. मठ-मंदिरों में मनाया जाए. जिस प्रकार का नजारा प्राण प्रतिष्ठा में था, उससे भी भव्य नजारा प्रभु राम के जन्मोत्सव में दिखे. ऐसी अपील राम मंदिर ट्रस्ट और विहिप के कार्यकर्ता कर रहे हैं.

प्रभु राम का जन्मोत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा
राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पूरे देश में प्रभु राम का जन्मोत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा. राम मंदिर को सजाया जाएगा. विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा.

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