अब शशि थरूर बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष, चुनाव लड़ने का कर रहे है विचार जल्द ही करेंगे फैसला

वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, अभी उन्होंने इस पर अंतिम फैसला नहीं किया है। माना जा रहा है कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं होते हैं तो जी-23 का कोई नेता इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। खबरों के मुताबिक, शशि थरूर, मनीष तिवारी या पृथ्वीराज चव्हाण मैदान में कूद सकते हैं .

अब शशि थरूर बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष, चुनाव लड़ने का कर रहे है विचार जल्द ही करेंगे फैसला

कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव की घोषणा होने के साथ ही सबकी नजरें अब जी-23 नेताओं पर टिकी हैं। सबके जेहन में एक ही सवाल है कि क्या अध्यक्ष पद पर कांग्रेस में तीसरी बार मुकाबला होगा। गौरतलब है कि पिछले तीन दशक में दो बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। 

वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं।  हालांकि, अभी उन्होंने इस पर अंतिम फैसला नहीं किया है।  सूत्रों ने यह जानकारी दी।  सूत्रों ने बताया कि थरूर ने अभी अपना मन नहीं बनाया है लेकिन वह जल्द ही इस पर निर्णय कर सकते हैं।  दरअसल, थरूर ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह इस मुकाबले में शामिल होंगे या नहीं। 

अब शशि थरूर बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष, चुनाव लड़ने का कर रहे है विचार जल्द ही करेंगे फैसला-NewsAsr

हालांकि, थरूर ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह इस मुकाबले में शामिल होंगे या नहीं। उन्होंने मलयालम के दैनिक अखबार मातृभूमि में एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने ‘‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’’ चुनाव कराने का आह्वान किया है। इस लेख में उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की दर्जन भर सीटों के लिए भी पार्टी को चुनाव की घोषणा करनी चाहिए। 

माना जा रहा है कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं होते हैं तो जी-23 का कोई नेता इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। खबरों के मुताबिक, शशि थरूर, मनीष तिवारी या पृथ्वीराज चव्हाण मैदान में कूद सकते हैं। 

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया है कि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 17 अक्टूबर को होंगे और 19 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. राहुल गांधी पर एक बार फिर अध्यक्ष पद के लिए दवाब बनाया जा रहा है. मगर राहुल गांधी ने गैर गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने पर सहमति दे दी है. वहीं, दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि प्रियंका गांधी भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर सकती हैं. गौरतलब है कि 2019 में संसदीय चुनावों में पार्टी को लगातार दूसरी हार का सामना करने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.

थरूर ने कहा, "एआईसीसी और पीसीसी प्रतिनिधियों से पार्टी के सदस्यों को यह फैसला करने की अनुमति देने से कि इन प्रमुख पदों पर पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा, इससे आने वाले नेताओं के समूह को वैध बनाने और पार्टी का नेतृत्व करने के लिए उन्हें विश्वसनीय जनादेश देने में मदद मिलेगी।’’ बता दें कि शशि थरूर भी उन 23 नेताओं के समूह में शामिल थे, जिन्होंने 2020 में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठनात्मक सुधारों की मांग की थी।

तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कहा, "फिर भी एक नए अध्यक्ष का चुनाव करना कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक शुरुआत है, जिसकी कांग्रेस को सख्त जरूरत है।"  उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव के लिए कई उम्मीदवार सामने आएंगे। पार्टी तथा देश के लिए अपने विचारों को सामने रखना निश्चित तौर पर जनहित को जगाएगा।’’ थरूर ने कहा कि हालांकि, पार्टी को पूरी तरह से पुनर्जीवित करने की जरूरत है, लेकिन नेतृत्व के जिस पद को तत्काल भरने की जरूरत है वह स्वाभाविक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष का पद है।

अब शशि थरूर बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष, चुनाव लड़ने का कर रहे है विचार जल्द ही करेंगे फैसला-NewsAsr

शशि थरूर ने कहा कि चुनाव के अन्य लाभकारी प्रभाव भी हैं - उदाहरण के लिए, "हमने हाल ही में नेतृत्व की दौड़ के दौरान ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी में वैश्विक रुचि देखी है, एक घटना जिसे हम 2019 में पहले ही देख चुके हैं, जब एक दर्जन उम्मीदवारों ने थेरेसा मे को बदलने के लिए चुनाव लड़ा था, और बोरिस जॉनसन शीर्ष पर उभरे थे"। उन्होंने लिखा, "इस कारण से, मुझे उम्मीद है कि कई उम्मीदवार खुद को पेश करने के लिए आगे आएंगे। पार्टी और राष्ट्र के लिए अपने दृष्टिकोण को सामने रखने से निश्चित रूप से जनहित में हलचल होगी।" 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं और उन्हें उम्मीद है कि राहुल गांधी एक बार फिर अध्यक्ष पद की कमान संभालेंगे. यह इसलिए क्योंकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के कुछ ही देर बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा था कि राहुल गांधी जल्द ही कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे. उन्होंने कहा था, ‘जल्द ही राहुल जी कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे. हम सभी पार्टी कार्यकर्ता उम्मीद करते हैं और राहुल गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष का पद स्वीकार करने का अनुरोध करते हैं.’ वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था राहुल गांधी को ही अध्यक्ष बनना चाहिए. खड़गे ने कहा, सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मेरी निजी राय है कि राहुल गांधी को आगे बढ़कर कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए. वह कांग्रेस पार्टी को एकजुट और मजबूत कर सकते हैं.

बता दे 1997 में सीताराम केसरी के खिलाफ शरद पवार और राजेश पायलट ने पर्चा भरा था, जहां केसरी को जीत मिली। केसरी को जहां 6224 वोट मिले तो वहीं पवार को 882 और पायलट को 354 वोट मिले थे। दूसरी बार वोटिंग की नौबत 2000 में तब आई, जब सोनिया गांधी को कांग्रेस के भीतर से दिग्गज नेता जीतेंद्र प्रसाद से चुनौती मिली। उस चुनाव में सोनिया गांधी को जहां 7448 वोट मिले, वहीं प्रसाद को कुल 94 वोट मिले थे।