दम घोटू प्रदूषण से मिली राहत, दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश के बाद हुआ मौसम साफ

बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है. वहीं ठंडी और तेज हवाओं की वजह से ठंड का अहसास भी बढ़ गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में शुक्रवार यानी आज भी आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई है.

दम घोटू प्रदूषण से मिली राहत, दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश के बाद हुआ मौसम साफ

प्रदूषण के बीच दिल्ली और उसके आस पास के इलाकों में देर रात झमाझम बारिश हुई. बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है. वहीं ठंडी और तेज हवाओं की वजह से ठंड का अहसास भी बढ़ गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में शुक्रवार यानी आज भी आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई है.

आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में जहां अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री अधिक है, वहीं शहर का न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है. राजधानी में गुरुवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 437 दर्ज किया गया, जोकि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है.

दिल्ली की वायु गुणवत्ता गुरुवार को गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई. हालांकि मौसम संबंधी स्थितियां थोड़ी अनुकूल होने की संभावना है, जिससे दिवाली से पहले हवा में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद जताई गई थी. 

शहर का 24 घंटे का औसत एक्यूआई प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया जाता है, जो गुरुवार को 437 था, जबकि यह बुधवार को 426 था. वहीं गाजियाबाद (391), गुरुग्राम (404), नोएडा (394), ग्रेटर नोएडा (439) और फरीदाबाद (410) में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रही.

आईएमडी केमुताबिक, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की तरफ बदलने से भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं के योगदान को कम करने में मदद मिलेगी. हालांकि, हवा की धीमी गति इस प्रक्रिया पर विपरीत असर डालेगी.

दिल्ली के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में बुधवार को 38 फीसदी प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने से निकला धुआं जिम्मेदार था. गुरुवार को शहर में प्रदूषण के स्तर में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान 27 फीसदी रहा, जबकि शुक्रवार को इसके 12 फीसदी रहने की संभावना है.

आंकड़ों में परिवहन को भी वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण बताया गया है, जो दिल्ली की बिगड़ती आबोहवा में 12 से 14 फीसदी का योगदान दे रहा है.दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार दिल्ली में ऐप आधारित टैक्सियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

दिल्ली सरकार ने शहर में खतरनाक वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश की प्रक्रिया पर आने वाले पूरे खर्च को वहन करने का फैसला किया है और मुख्य सचिव को आज सुप्रीम कोर्ट के सामने सरकार के इस विचार को पेश करने का निर्देश दिया है.

अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि अगर केंद्र फैसले का समर्थन करता है, तो दिल्ली सरकार 20 नवंबर तक शहर में पहली कृत्रिम बारिश की व्यवस्था कर सकती है. साथ ही एक अधिकारी ने कहा, दिल्ली सरकार ने कृत्रिम बारिश पर आने वाली लागत वहन करने का फैसला किया है.