राहुल का राय बरेली से नामांकन आज ,लकिन क्यों भागे अमेठी से।

उत्तर प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी को गांधी परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है।

राहुल का राय बरेली से नामांकन आज ,लकिन क्यों भागे अमेठी से।

उत्तर प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी को गांधी परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है। राहुल गांधी के यहां से न लड़कर रायबरेली से चुनावी मैदान में उतरने के फैसले पर विपक्ष हमलावर हो गया है। उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है,

 लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे'।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है

 वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं... रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।' 

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने भी राहुल पर बोला हमला
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, 'पहले राहुल गांधी अमेठी से भागे और वायनाड जाकर रुके, अब वायनाड में उनकी हार सुनिश्चित है और हार सुनिश्चित जान कर रायबरेली आ रहे हैं। वायनाड की जनता बखूबी जानती है कि ये जनहित के बजाय अपना स्वार्थ की राजनीति करने वाले लोग हैं इसलिए रायबरेली की जनता राहुल गांधी को वापस भेजने कि लिए तैयार बैठी है।'

आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- राहुल को अमेठी से ही लड़ना चाहिए
पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'राहुल गांधी को अमेठी लड़ना चाहिए था। अमेठी से भागने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पूरे देश में ये संदेश जाएगा कि जो आदमी रोज पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देता था, रोज अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और देश की जनता से कहता था कि डरो मत, वो खुद डर गया। मुझे लगता है कि ये कांग्रेस का दुर्भाग्य है।'