साइबर ठगी का नया पैंतरा: आपके खाते में खाते में रुपये आये है! फर्जी SMS भेज लाखों की चपत लगा रहे हैं ठग

कई ऐसे मामले सामने आए भी हैं जहां साइबर फ्रॉड के तहत ठगों ने आम लोगों को इस तरह से लाखों की चपत लगाई भी है. बीते कुछ समय में साइबर ठगी के तरीके में बदलाव आया है. अब ठग सिर्फ एक तरीके से ही ठगी को अंजाम नहीं दे रहे हैं. वो कहीं इंटरनेट से, कहीं फोन से तो अब तो एसएमएस के ज़रिए धोखाधड़ी कर रहे हैं. 

साइबर ठगी का नया पैंतरा: आपके खाते में खाते में रुपये आये है! फर्जी SMS भेज लाखों की चपत लगा रहे हैं ठग

इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड या कहें तो साइबर ठगी के कई नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में हमे और आपको जरूरत है अतिरिक्त सावधान रहने कही. ठग अब फर्जी एसएमएस (SMS) से लेकर आपके मोबाइल फोन पर फर्जी लिंक शेयर करके आपको लाखों की चपत लगाने की फिराक में है. 

कई ऐसे मामले सामने आए भी हैं जहां साइबर फ्रॉड के तहत ठगों ने आम लोगों को इस तरह से लाखों की चपत लगाई भी है. बीते कुछ समय में साइबर ठगी के तरीके में बदलाव आया है. अब ठग सिर्फ एक तरीके से ही ठगी को अंजाम नहीं दे रहे हैं. वो कहीं इंटरनेट से, कहीं फोन से तो अब तो एसएमएस के ज़रिए धोखाधड़ी कर रहे हैं. 

साइबर ठगी के आंकड़ों में भी बीते कुछ समय में काफी बढ़ोतरी हुई है. बीते कुछ समय में साइबर ठगी के मामले 200% बढ़े हैं. इस साल अब तक साइबर ठगी के 25,000 मामले दर्ज किए गए हैं. 

जबकि ऐसे मामलों की वजह से 200 करोड़ से ज़्यादा का वित्तीय नुकसान हुआ है. खास बात ये है कि तमाम कोशिशों के बाद भी ऐसी ठगी के मामलों में सिर्फ दो से आठ फीसदी पैसे ही वापस मिल पाते हैं.

आंकड़ों की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस साल अभी तक साइबर ठगी के मामलों में 212 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की जा चुकी है. ठग अब यूपीआई फ्रॉड से लेकर बैंक इमेल स्कैम तक का सहारा ले रहे हैं. 

जनवरी 2022 से लेकर अब तक दो लाख से ज़्यादा साइबर फ़्रॉड की शिकायतें दर्ज कहाई गई हैं. जबकि इन तमाम शिकायतों में से एक से दो फीसदी में ही FIR हुई है. 

ऐसे में आप सोचिए ये तो आधिकारिक आंकड़े हैं. ऐसे कई मामले होते होंगे जिसमें लोग शिकायत तक दर्ज नहीं कराते होंगे. तमाम दावे होते हैं साइबर फ़्रॉड से निपटने के.बावजूद इसके हर साल साइबर फ़्रॉड के मामले बढ़ ही रहे हैं.अब आपको बताते हैं दिल्ली के ज्वेलर को भी कैसे ठगों ने अपना शिकाय बनाया. 

ज्वेलर को अपना शिकार बनाने के लिए ठगों ने SMS का इस्तेमाल किया. जिस समय ज्वेलर के साथ ठगी हुई उस दौरान वह बाहर था. आरोपी शख्स ने उनके बेटों से सोने की चेन खरीदने की डील की. और कहा कि वो दुकान पर आकर इसे नहीं ले सकते, इसपर दुकान पर बैठे ज्वेलर के बेटों ने कहा कि आप अपना पता बता दीजिए हम वहीं भिजवा देंगे.

इसपर ठग ने पीड़ित ज्वेलर के बेटों से कहा कि क्या वो चेन की पेमेंट कर दें. इसपर उन्होंने कहा कर दीजिए पेमेंट. इसके बाद ज्वेलर के बेटों के पास एक SMS आता है जिसमें उनके बैंक खाते में पैसे आने की जानकारी दी जाती है. 

इसके बाद ज्वेलर वो दोनों चेन ठगों द्वारा बताए गए जगह पर पहुंचवा देते हैं. लेकिन जब बाद में पता किया जाता है तो मालूम चलता है कि जो SMS आया था वो फर्जी था और उनके बैंक खातों में कोई पैसा नहीं आया है. 

साइबर जानकारों का कहना है कि अगर आप इस तरह के किसी फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आप उस SMS को ध्यान से पढ़ें, जो आपके फोन पर आया है. 

SMS में किसी भी तरह के बदलाव पर ध्यान दें. साथ ही कोई भी गोपनीय जानकारी SMS से नहीं मांगी जाती है, ऐसे में इस बात का ध्यान जरूर रखें. बैंक स्टेटमेंट से SMS का मिलान करें. किसी भी SMS को आंख मूंदकर बैंक का ना मान लें.