Karva Chauth Muhurt: जान लें सबसे शुभ मुहूर्त- आज करवा चौथ पर पूजा के लिए मिलेगा बस इतना समय

चंद्रोदय होने पर चंद्र देव का पूजन किया जाता है, छलनी से चांद देखा जाता है, फिर चंद्रमा को अर्घ्‍य दिया जाता है. आखिर में पति का चेहरा देखकर पति के हाथ से पानी पीकर व्रत का पारण होता है. करवा चौथ के दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं. 

Karva Chauth Muhurt: जान लें सबसे शुभ मुहूर्त- आज करवा चौथ पर पूजा के लिए मिलेगा बस इतना समय

अखंड सौभाग्‍य पाने के लिए करवा चौथ व्रत रखा जाता है. यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. पंचांग के अनुसार आज कार्तिक कृष्‍ण चतुर्थी यानी कि करवा चौथ है. करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से पहले सास द्वारा दी गई सरगी खाकर शुरू होता है और रात को चांद देखकर व्रत खोला जाता है. 

इससे पहले शाम के समय सोलह श्रृंगार करके करवा चौथ व्रत की पूजा की जाती है. वहीं चंद्रोदय होने पर चंद्र देव का पूजन किया जाता है, छलनी से चांद देखा जाता है, फिर चंद्रमा को अर्घ्‍य दिया जाता है. आखिर में पति का चेहरा देखकर पति के हाथ से पानी पीकर व्रत का पारण होता है. करवा चौथ के दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं. 

करवा चौथ पूजा मुहूर्त 2023 -

पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखे जाने वाले करवा चौथ व्रत की पूजा शुभ मुहूर्त में करने से व्रत का पूरा फल मिलता है. इस साल करवा चौथ पर पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त 1 नवंबर, बुधवार की शाम 5.36 बजे से शाम 6.54 बजे तक ही रहेगा. 

यानी करवा चौथ पूजन के लिए सिर्फ 1 घंटा 18 मिनट का ही समय मिलने वाला है. वहीं आज करवा चौथ का चांद रात 8 बजकर 15 मिनट पर निकलेगा. अलग-अलग शहरों में चंद्रोदय के समय में थोड़ा अंतर रह सकता है. 

करवा चौथ व्रत की पूजा के लिए 16 श्रृंगार करने का बड़ा महत्‍व है. इस दिन मेहंदी रचाना, लाल रंग के कपड़े पहनने का बड़ा महत्‍व है. नवविवाहिताएं अपने पहले करवा चौथ पर शादी का जोड़ा पहनती हैं. 
 
पूजन विधि -

शुभ मुहूर्त में चौकी पर चौथ माता या मां गौरी और गणेश जी को स्‍थापित करें. फिर उनकी गंगाजल, नैवेद्य, धूप-दीप, अक्षत, रोली, फूल, पंचामृत आदि से विधि-विधान से पूजा करें. आखिर में श्रद्धापूर्वक फल और हलवा-पूरी का भोग लगाएं. फिर चंद्रोदय होने पर चांद को अर्घ्‍य दें और उसके बाद पति के हाथों जल ग्रहण करके व्रत का पारण करें.