पारा में दो मंजिला मकान में लगी भीषण आग, 11 झुलसे, बेसमेंट में था तारपीन के तेल का गोदाम

पारा इलाके में रविवार शाम दो मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। इससे मकान में मौजूद 10 लोगों सहित मदद के लिए पहुंचा एक पड़ोसी भी झुलस गया

पारा में दो मंजिला मकान में लगी भीषण आग, 11 झुलसे, बेसमेंट में था तारपीन के तेल का गोदाम

पारा इलाके में रविवार शाम दो मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। इससे मकान में मौजूद 10 लोगों सहित मदद के लिए पहुंचा एक पड़ोसी भी झुलस गया। सभी को रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से एक महिला व बच्ची को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। मकान के बेसमेंट में चोरी छिपे तारपीन के तेल का गोदाम बनाया गया था। इसी के चलते आग ने विकराल रूप धारण किया।

देवपुर संतोषी नगर कॉलोनी में कुत्ते व पक्षियों को खरीदने व बेचने का काम करने वाले प्रकाश सोनी परिवार के साथ दो मंजिला मकान में रहते हैं। रविवार शाम 7.30 बजे अचानक मकान के बेसमेंट में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे मकान को चपेट में ले लिया। आग की वजह से मकान की लाइट कट गई और पहली व दूसरी मंजिल पर मौजूद परिवार के 10 लोग अंधेरे व धुएं के चलते फंस गए।


 मकान में लगी आग देख मोहल्ले के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। उन्होंने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। इस पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। कुछ ही देर में पारा पुलिस और आलमबाग फायर स्टेशन से दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। दमकलकमियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू किया। सबसे पहले कुत्तों और पक्षियों को सकुशल बाहर निकाला। इसके बाद आग बुझाते हुए पहली व दूसरी मंजिल पर पहुंचे तो परिवार के 10 लोग झुलसे मिले। 

करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पा लिया। वहीं, पुलिस की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से एक महिला व बालिका को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। आग बुझाने में प्रकाश सोनी के एक पड़ोसी भी झुलस गए और उनको भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि आग किस कारण से लगी इस बात का पता नहीं चल सका है। लोगों ने ऐसी आशंका जताई है कि शार्ट-सर्किट से आग लगी थी।

ये लोग झुलसे
प्रकाश सोनी, पत्नी क्षमा सोनी, बहू रुचि (27), नातिन आध्या (10), दामाद शुभम वर्मा, बेटी जय वर्मा, जुड़वा बेटियां माही-मानसी, नाती अक्षम वर्मा, पोता अस्तित्व वर्मा व पड़ोसी अर्जुन भारती। गंभीर रूप से घायल रुचि और आध्या को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रुचि 60 प्रतिशत और आध्या को 45 प्रतिशत बर्न इंजरी आई है।

तंग गली में फंसीं दमकल की गाड़ियां
प्रकाश सोनी का मकान घनी आबादी में सबसे किनारे है। ऐसे में जब दमकल की गाड़ियां पहुंचीं तो 50 मीटर पहले ही फंस गईं। इसके बाद फायर टेंडर को मुख्य मार्ग पर खड़ा कर दिया गया। दमकलकर्मियों ने 50 मीटर तक हौज पाइप दौड़ाए, तब आग पर काबू पाया जा सका।

तारपीन के तेल का धुआं बना मुसीबत
घनी आबादी के बीच तारपीन के गोदाम में आग लगने से धुआं फैल गया था। तेज लपटें भी उठ रही थीं। इसके चलते स्थानीय लोग घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान की तरफ भागे। तेल के धुएं की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। लोगों ने बताया कि प्रकाश सोनी चोरी छिपे तारपीन के तेल का कारोबार घर से ही करते थे।

तेल से भड़की थी आग, अंधेरे और धुएं में फंसा था पूरा परिवार
 पारा के देवपुर में रहने वाले प्रकाश सोनी के दो मंजिला मकान में लगी आग के बाद लाइट का कटना परिवार के लिए सबसे घातक रहा। अंधेरे और धुएं के चलते पूरा परिवार फंस गया। कुछ लोगों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और मदद के लिए शोर मचाना शुरु कर दिया, पर अंदर जाने की हिम्मत कोई नहीं जुटा सका।

प्रकाश के मकान में जिस वक्त आग लगी थी, परिवारीजन अपने-अपने कमरे में थे। आग लगते ही लाइट कट गई और चारों तरफ अंधेरा फैला गया। कुछ ही क्षणों में धुआं भी भरा गया। पहली मंजिल पर मौजूद लोग कुछ समझ नहीं सके। न तो किसी को सीढ़ी दिखी और न ही भागने का कोई रास्ता मिला। जो जहां था वहीं फंस गया। कमरे में मौजूद लोगों ने दरवाजा बंदकर चीखना शुरु कर दिया।

आग देख पूरी गली में चीख-पुकार मच गई। लोग घरों से बाहर निकल आए, पर आग का भयानक रूप देखकर बेबस हो गए। कुछ देर के बाद जब दमकल की गाड़ी पहुंची तो पड़ोसी अर्जुन भारतीय मदद के लिए दौड़ा। बाल्टी से पानी फेंकते हुए अर्जुन ने पहली मंजिल पर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया, जिसमें वह भी झुलस गया।

बेटी जय परिवार संग आई थी मायके
प्रकाश सोनी की एक बेटी जया वर्मा कुछ दिन पहले ही गर्मियों की छुट्टी पर पति शुभम वर्मा, बेटी आध्या और अक्षत के साथ मायके आई हुई थीं। हादसे में उनकी बेटी आध्या गंभीर रूप से झुलस गई।

हादसे के वक्त घर के बाहर था बेटा
कारोबारी प्रकाश सोनी का बेटा आयुष हादसे से कुछ ही देर पहले घर से बाहर निकला था। लोगों ने बताया कि आग का पता चला तो आयुष दौड़ते हुए पहुंच गया। परिवार को फंसा देख उसने अंदर जाने का प्रयास किया, पर लोगों ने उसको रोक लिया।

अस्थमा के मरीज प्रकाश की बिगड़ी तबीयत
आग से झुलसे प्रकाश सोनी अस्थमा के मरीज हैं। धुएं के चलते उनकी तबीयत भी बिगड़ गई। रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल में इलाज के बाद प्र