श्री राम मंदिर में अब लगेंगी तीनो बनी हुई प्रतिमाये! गर्भगृह समेत इन जगहों पर होगी स्‍थापना

मंदिर ट्रस्ट की हाल ही में हुई बैठक में गर्भगृह की मूर्ति पर एक राय नहीं बन सकी थी. ऐसे में मूर्तिकारों के बीच किसी भी तरह का कॉम्पिटिशन ना करवाकर तीनों ही मूर्तियों को भव्य राम मंदिर में लगाया जाएगा. ये तीनों मूर्तियां फर्स्ट, सेकेंड और सबसे ऊपर वाले फ्लोर में स्थापित होंगी.

श्री राम मंदिर में अब लगेंगी तीनो बनी हुई प्रतिमाये! गर्भगृह समेत इन जगहों पर होगी स्‍थापना

करोड़ों हिंदुओं के आराध्‍य प्रभु राम की जन्‍मभूमि अयोध्‍या में बने नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा होने वाली है. करीब 500 साल का इंतजार खत्‍म हो रहा है. राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इस समय बाकी तैयारियों के साथ-साथ सबसे ज्‍यादा चर्चा हो रही है राम मंदिर में स्‍थापित होने जा रही प्रभु राम की प्रतिमा की. 

इसके लिए मंदिर समिति ने देश के 3 प्रसिद्ध मूर्तिकारों का चयन किया था. इन मूर्तिकारों द्वारा बनाई गई 3 मूर्तियों में से एक मूर्ति की गर्भगृह में स्‍थापना की जाएगी. इसके लिए मूर्ति का चुनाव 17 जनवरी 2024 को होगा. इसी दिन प्रभु राम की मूर्ति अयोध्‍या में नगर यात्रा पर भी निकलेगी.   

कहा जा रहा है कि 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा में यजमान बन रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरयू नदी में स्‍नान कर सकते हैं, साथ ही इस दिन व्रत भी रखेंगे. पूजन के मुख्य यजमान के लिए व्रत रखना जरूरी होता है. इससे पहले पीएम मोदी ने राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान भी व्रत रखा था. 

बता दें कि प्राण प्रतिष्‍ठा के आयोजन 16 जनवरी 2024 से ही शुरू हो जाएंगे. वहीं 22 जनवरी को 84 सेकंड के सबसे शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा की जाएगी. 

राम मंदिर के गर्भगृह में स्‍थापना के लिए बनाई गई 3 मूर्तियों में से एक मूर्ति का चयन किया जाएगा और 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा करेंगे. लेकिन बाकी 2 मूर्तियों का क्‍या होगा इस बारे में भी अब तस्‍वीर साफ होगी. 

मंदिर ट्रस्ट की हाल ही में हुई बैठक में गर्भगृह की मूर्ति पर एक राय नहीं बन सकी थी. ऐसे में मूर्तिकारों के बीच किसी भी तरह का कॉम्पिटिशन ना करवाकर तीनों ही मूर्तियों को भव्य राम मंदिर में लगाया जाएगा. ये तीनों मूर्तियां फर्स्ट, सेकेंड और सबसे ऊपर वाले फ्लोर में स्थापित होंगी.

मंदिर ट्रस्‍टी कामेश्वर चौपाल के अनुसार इन तीन मूर्तियों में से गर्भगृह में कौन-सी मूर्ति लगेगी, इसका अंतिम निर्णय काशी के आचार्य गणेश्वर शास्त्री लेंगे. इन तीन मूर्तिर्यों में से 2 मूर्तियां शालिग्राम शिला से बनाई गई हैं, वहीं एक मूर्ति संगमरमर की है. ये मूर्तियां दक्षिण भारत के 2 मूर्तिकार गणेश बट्ट व अरुण योगीराज ने और राजस्‍थान के मूर्तिकार सत्य नारायण पाण्डेय ने बनाई हैं.