Vidhan Sabha Chunav result 2023: मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की प्रदर्शन पर नजर, तय होगा कांग्रेस से अखिलेश का गठबंधन का भविष्य 

समाजवादी पार्टी ने इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 46 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. हालांकि एग्जिट पोल के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह सपा के पक्ष में जाते नहीं दिख रहे हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बुंदेलखंड और विध्य में पार्टी का प्रभाव देखने को मिलता है.

Vidhan Sabha Chunav result 2023: मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की प्रदर्शन पर नजर, तय होगा कांग्रेस से अखिलेश का गठबंधन का भविष्य 

देश के पांचों राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब रिजल्ट की घड़ी नजदीक है. 3 दिसंबर रविवार को चार राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना) के नतीजे सामने आएंगे. बात मध्यप्रदेश और राजस्थान की करें तो यहां सत्ता की लड़ाई भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है, लेकिन जिस तरह से एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, उनमें छोटे दलों की भूमिका भी अहम साबित हो सकती है. इसमें सपा भी शामिल है जो खुद को किंगमेकर की भूमिका में देख रही है.

समाजवादी पार्टी ने इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 46 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. हालांकि एग्जिट पोल के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह सपा के पक्ष में जाते नहीं दिख रहे हैं. एबीपी सी वोटर, न्यूज 24 चाणक्य, आजतक एक्सिस, रिपब्लिक मैट्रिज और टाइम्स नाऊ इटीजी के के सर्वे में सपा को 0 सीटें दी गई हैं. सपा सीटों में भले पिछड़ रही हो लेकिन वह कई सीटों पर खेल बिगाड़ने का काम जरूर कर सकती है. 

समाजवादी पार्टी ने साल 2003 में हुए एमपी विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2018 में समाजवादी पार्टी ने 52 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें केवल एक सीट सपा के खाते में गई थी जबकि 5 सीटों पर सपा नंबर दो और चार सीटों पर तीसरे स्थान पर रही थी. हालांकि 45 सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. पार्टी को कुल मतदान में से 4 लाख 96 हजार 25 वोट मिले थे जो कुल मतदान का 1.30 फीसदी हिस्सा था. 

राजनीतिक जानकारों की मानें तो उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बुंदेलखंड और विध्य में पार्टी का प्रभाव देखने को मिलता है. इसमें बुंदेलखंड की 26 सीटें भी शामिल हैं. 2018 में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं, लेकिन बहुमत से दूर रह गई थी. ऐसे में कांग्रेस ने बसपा और सपा विधायकों के सहयोग से सरकार बनाई थी. 

समाजवादी पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी पांच उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. सपा ने यहां अलवर जिले की राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, थानागाजी, धौलपुर, नदबई और नगर सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं. सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी पार्टी यहां अच्छा प्रदर्शन करेगी.2018 के चुनाव में पार्टी ने यहां से पांच प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन सभी में हार मिली. हालांकि सपा को 7.56 प्रतिशत वोट शेयर जरूर मिला था. राजस्थान में सपा को 15 साल पहले 2008 में एक सीट पर जीत मिली थी.