कांग्रेस कर रही चुनाव नतीजों का इंतजार, Election रिजल्‍ट के बाद बदलेंगे I.N.D.I.A के समीकरण !

नतीजे इंडिया के पक्ष में आते हैं तो जाहिर सी बात है कि आम चुनाव से पहले विपक्षी दलों के आत्मविश्वास में इजाफा होगा. लेकिन यदि नतीजे एनडीए के पक्ष में आते हैं तो सत्ता पक्ष को यह बताने का मौका मिलेगा कि इंडिया की ताकत सिर्फ कागज के पन्नों तक सीमित है.

कांग्रेस कर रही चुनाव नतीजों का इंतजार, Election रिजल्‍ट के बाद बदलेंगे I.N.D.I.A के समीकरण !

आम चुनाव 2024 से पहले चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनावी नतीजों को सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है. ये चुनावी नतीजे इंडिया और एनडीए दोनों के लिए अहम है. 

अगर ये नतीजे इंडिया के पक्ष में आते हैं तो जाहिर सी बात है कि आम चुनाव से पहले विपक्षी दलों के आत्मविश्वास में इजाफा होगा. लेकिन यदि नतीजे एनडीए के पक्ष में आते हैं तो सत्ता पक्ष को यह बताने का मौका मिलेगा कि इंडिया की ताकत सिर्फ कागज के पन्नों तक सीमित है.

यह नतीजे इंडिया के लिए अहम क्यों है.उससे पहले चारों राज्यों की ताजा तस्वीर को जानना जरूरी है. इस समय छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी और तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है. 

इन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक बात साफ हो जाएगा कि किसी भी लोकसभा क्षेत्र में इंडिया या एनडीए कौन प्रभावी होगा.मई में कर्नाटक में भाजपा को सत्ता से हटाने के बाद कांग्रेस की नजर मध्य प्रदेश और तेलंगाना में जीत पर है और वह राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है.

इन चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन से विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) में पार्टी की स्थिति मजबूत होगी. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया है.

चुनावी नतीजों के बाद विपक्षी गठबंधन अब अगले साल आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करने की तैयारियों में तेजी लाएगा.तृणमूल कांग्रेस  आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी सहित कुछ दल सीट-बंटवारे पर जल्द बातचीत करने के इच्छुक थे लेकिन कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक विचार-विमर्श को टाल दिया था. 

सूत्रों ने कहा कि सीट बंटवारे में अधिक सौदेबाजी की शक्ति चाह रही कांग्रेस की ओर से जानबूझकर यह कोशिश की गई क्योंकि उसे इन चुनावों में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी.नतीजे आने के साथ, मतभेदों को दूर करने, सीट-बंटवारे पर बातचीत करने और 2024 में भाजपा को हराने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ने के लिए क्षेत्रीय खिलाड़ियों के साथ आगे की बातचीत पर ध्यान देने के साथ व्यस्तता भरी राजनीतिक  कवायद जल्द ही शुरू हो जाएंगी.

विपक्षी दलों के नेताओं ने पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से आग्रह किया है कि वे मतभेदों को दूर करते हुए बीजेपी को हराने के लिए इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के वास्ते सभी को एक साथ लेकर आगे बढ़ें. 

मुंबई में अगस्त के अंत में हुई विपक्षी गठबंधन की पिछली बैठक में क्षेत्रीय दलों की सीटों की साझेदारी पर शीघ्र बातचीत की इच्छा थी. इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर चर्चा के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने तत्काल बातचीत नहीं करने का फैसला किया था.