रेलवे की तरफ से अच्छी खबर : अब RAC टिकट धारकों के लिए मिलेंगे अलग-अलग बेडरोल
रेलवे बोर्ड ने अब आरएसी सीट वाले दोनों यात्रियों को अलग-अलग बेड रोल देने का निर्देश दिया है। रेलवे बोर्ड के प्रधान कार्यकारी निदेशक शैलेंद्र सिंह ने यह सुविधा प्रारंभ करने के लिए 18 दिसंबर को जोनल रेलवे महाप्रबंधकों को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि एसी श्रेणी में आरएसी यात्रियों को भी आरक्षित सीट वाले यात्रियों की तरह ही पूरी बेडरोल किट दी जाए। पत्र में बोर्ड से पूर्व में जारी आदेश का भी जिक्र है।
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ट्रेन में कुछ यात्रियों की सीट आरक्षित नहीं हो पाती तो वह आरएसी (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) हो जाती है। आरएसी टिकट धारक यात्री को एसी कोच में साइड लोअर वाली सीट साझा कर बैठना पड़ता है। एक सीट पर एक ही बेडरोल की सुविधा उपलब्ध होती है।
जबकि यात्री के किराये में पूरी सीट का किराया और बेडरोल का शुल्क जुड़ा होता है। रेलवे बोर्ड ने अब आरएसी सीट वाले दोनों यात्रियों को अलग-अलग बेड रोल देने का निर्देश दिया है। रेलवे बोर्ड के प्रधान कार्यकारी निदेशक शैलेंद्र सिंह ने यह सुविधा प्रारंभ करने के लिए 18 दिसंबर को जोनल रेलवे महाप्रबंधकों को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि एसी श्रेणी में आरएसी यात्रियों को भी आरक्षित सीट वाले यात्रियों की तरह ही पूरी बेडरोल किट दी जाए। पत्र में बोर्ड से पूर्व में जारी आदेश का भी जिक्र है।
अब अगर किसी आरएसी यात्री ने शिकायत की कि उसे बेडरोल नहीं मिला तो कार्रवाई भी होगी। सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि एसी कोच में आरएसी टिकट पर यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को अलग-अलग बेडरोल उपलब्ध कराने के आदेश का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। आरएसी टिकट धारक यात्री को ट्रेन में जैसे ही कोई सीट खाली होती है, चरणबद्ध तरीके से दी जाती है। अधिकांश को अपनी पूरी यात्रा आधी सीट पर ही पूरी करनी पड़ती है। यात्रियों ने कई बार मांग की है कि अगर सीट आधी ही है तो किराया भी आधा लिया जाना चाहिए।