भक्तों ने तैयार किया राम मंदिर अनोखा डिजाइन, लोहे की कीलों और धागों का किया इस्तेमाल

मध्य प्रदेश के इंदौर राम भक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिला है, कलाकारों ने लोहे की कील और धागे की मदद से अयोध्या के राम मंदिर की हूबहु डिजाइन तैयार की है.

भक्तों ने तैयार किया राम मंदिर अनोखा डिजाइन, लोहे की कीलों और धागों का किया इस्तेमाल

मध्य प्रदेश के इंदौर राम भक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिला है, कलाकारों ने लोहे की कील और धागे की मदद से अयोध्या के राम मंदिर की हूबहु डिजाइन तैयार की है.

अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है. राम मंदिर को लेकर रामलला  के भक्तों में उत्साह और उमंग का माहौल देखा जा रहा है. मध्यप्रदेश के इंदौर में एक राम भक्त ने अयोध्या श्री राम मंदिर की तर्ज पर अनूठी राम मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई है जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है. इस मंदिर कलाकृति को बनाने के लिए 21000 कीलों सहित कई किलो धागे का इस्तेमाल कर इसे बनाया गया है. मंदिर की आकृति को तैयार करने में कलाकारों को चार और रात की मेहनत लगी है. 

अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम महोत्सव मनाया जाएगा जहां भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या में मौजूद रहेंगे. पीएम मोदी की मंशा के अनुसार पूरे देश में 22 जनवरी को उत्सव का माहौल रहेगा और सभी दीपावली मनाएंगे. इसी बीच मध्यप्रदेश के इंदौर में भी आयोजनों को लेकर तैयारियां चल रही हैं, हर कोई अपने स्तर पर तैयारी कर रहा है.
मंदिर को बनाने में लगे चार दिन

इंदौर के गांधी हाल में कलाकारों ने एक बेहद सुंदर कलाकृति बनाई है. इस कलाकृति के बारे में उन्होंने बताया की कलाकृति को बनाने के लिए 21000 किलो का उपयोग किया गया है. इसके अलावा कई किलो धागा भी इस कलाकृति को बनाने में लगा है. कलाकृति को करीब एक दर्जन लोगों की टीम ने चार दिन और चार रातों की मेहनत की अथक प्रयास के बाद बनाया है.

लोहे की कीलों का किया इस्तेमाल
8 बाई 16 साइज की इस मंदिर की कलाकृति को धागों की मदद से लकड़ी के बेस पर उकेरा गया है सभी ने अथक मेहनत की तब जाकर इसे कहीं बनाया जा सका. इंदौर के गांधी हाल में इस समय लोगों की भीड़ लगी है जो एक तस्वीर को देखने आ रही है. दरअसल बहुत बड़े कैनवास पर अयोध्या के राम मंदिर की हूबहू तस्वीर को बनाया गया है. 
इसकी खासियत यह है कि इस ऊन और धागे के जरिए बनाया जा रहा है. इसके अलावा इसमें कई हजार किलो लोहे की कीलो का उपयोग किया गया है. कलाकारों ने बताया कि वह अलग-अलग नौकरी में है और ग्राफिक डिजाइनिंग का काम करते हैं लेकिन तस्वीर बनाने के लिए एक टीम की तरह काम कर रहे हैं और इस तस्वीर को अयोध्या राम मंदिर के नाम समर्पित करेंगे.