Moradabad: 50 हजार का इनामी सजायाफ्ता बंदी गिरफ्तार, 14 साल पहले ट्रेन से कूदकर था भागा  

सर्विलांस के माध्यम से पता चला कि मोहसिन ने नाम बदलकर मजीद खां रख लिया है और शाहजहांपुर के थाना पुवांया के गांव नवावपुर में रह रहा है। जीआरपी की टीम ने मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया और उससे गुरुवार को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

Moradabad: 50 हजार का इनामी सजायाफ्ता बंदी गिरफ्तार, 14 साल पहले ट्रेन से कूदकर था भागा  

उत्तराखंड पुलिस को 14 साल पहले चकमा देकर ट्रेन से कूदकर फरार हुए सजायाफ्ता मोहसिन को जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया है। जीआरपी ने उसे भगौड़ा करार कर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

पुलिस अधीक्षक रेलवेज आशुतोष शुक्ला ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता बताया कि मोहसिन निवासी फतेहउल्ला गंज थाना ठाकुरद्वारा मुरादाबाद ने वर्ष 2004 में उत्तराखंड के काशीपुर में युवक की हत्या की थी। न्यायालय ने वर्ष 2005 में मोहसिन को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।

सजा के दौरान मोहसिन ने हल्द्वानी जेल में अन्य बंदियों से मारपीट की थी। इसके बाद उसे देहरादून जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। जेल में मारपीट के मामले में उत्तराखंड पुलिस देहरादून से कोर्ट में पेश करने के लिए एक जून 2009 को हल्द्वानी ला रही थी।

कोर्ट में पेश करने के बाद काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस से वापस ले जाया जा रहा था। रात में ट्रेन कटघर यार्ड में खड़ी थी। उसी समय सजायाफ्ता मोहसिन उत्तराखंड पुलिस के जवानों को चकमा देकर भाग निकला था। उत्तराखंड पुलिस की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर फरार आरोपित की तलाश शुरू कर दी थी।

उस पर 50 हजार का इनाम घोषित था। जीआरपी को सूचना मिली कि मोहसिन का बेटा दिल्ली में रहता है, उसका मोबाइल नंबर मिला। जिसे सर्विलांस में लगाया गया। 

सर्विलांस के माध्यम से पता चला कि मोहसिन ने नाम बदलकर मजीद खां रख लिया है और शाहजहांपुर के थाना पुवांया के गांव नवावपुर में रह रहा है। जीआरपी की टीम ने मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया और उससे गुरुवार को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।