ईशान-श्रेयस के केंद्रीय अनुबंध पर क्यों गिरी गाज? यहां जानें पूरा विवाद जिससे भड़का BCCI

ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई के वार्षिक केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया है।

ईशान-श्रेयस के केंद्रीय अनुबंध पर क्यों गिरी गाज? यहां जानें पूरा विवाद जिससे भड़का BCCI

ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई के वार्षिक केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया है। एक के नाम जहां वनडे इतिहास का सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड है तो दूसरा 2023 वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज। हालांकि, एक झटके में दोनों पर बीसीसीआई की गाज गिरी। इन दोनों के नाम पर आगे के टूर्नामेंट्स में भी विचार नहीं करने को लेकर बातें चल रही हैं। जून में शुरू हो रहे टी20 विश्व कप से भी इन्हें बाहर किया जा सकता है

बीसीसीआई ने दिखाया- नियम सर्वोपरि
ईशान और श्रेयस के पास बीसीसीआई के मानदंडों का पालन न करने के पीछे अपने कारण हो सकते हैं, लेकिन बोर्ड के पास ऐसा कुछ भी नहीं था। इसलिए, जो दो खिलाड़ी कुछ समय पहले तक भारतीय क्रिकेट की योजना का अभिन्न हिस्सा थे, अब केंद्रीय अनुबंध का हिस्सा भी नहीं हैं और टीम में वापसी से काफी दूर हैं। बीसीसीआई ने दिखाया है कि वह अपने नियमों को लेकर कितना सख्त है और अपने दिशानिर्देशों की बार-बार अनदेखी करने के लिए खिलाड़ियों, चाहे वे कोई भी हो, पर सख्ती करने की क्षमता रखता है। 

सख्त कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा
लगभग कुछ हफ्ते पहले, जब बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को रेड बॉल क्रिकेट - रणजी और टेस्ट दोनों पर आईपीएल को प्राथमिकता नहीं देने के लिए एक पत्र लिखा था। यह माना गया था कि इस कदम से किशन और अय्यर जैसे खिलाड़ियों में कुछ सकारात्मकता आएगी। बोर्ड ने इन खिलाड़ियों को अपनी कार्यप्रणाली को पूरी तरह से बदलने की चेतावनी दी थी, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो 

बोर्ड के पास सख्त कार्रवाई करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था।
दिसंबर में शुरू हुआ था पूरा विवाद
यह पूरा विवाद दिसंबर में शुरू हुआ था। दिसंबर में ईशान ने अचानक से दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम से खुद को रिलीज करने का अनुरोध किया था और बीसीसीआई इस पर सहमत हो गया था। ऐसा माना गया कि पीछे हटने के पीछे का कारण यह था कि वह मानसिक रूप से तैयार नहीं थे और ब्रेक चाहते थे। बीच में कुछ रिपोर्टें सामने आईं जिनमें कहा गया था कि ईशान प्लेइंग इलेवन में बार-बार नहीं चुने जाने से खुश नहीं थे। इसके अलावा उन्हें दुबई में पार्टी करते देखा गया था, जो बीसीसीआई को पसंद नहीं आया। हालांकि, इन दो कथित घटनाओं की कभी पुष्टि नहीं हुई, लेकिन माना जाता है कि इसका अहम किरदार है।

द्रविड़ ने दी थी सलाह
जब राहुल द्रविड़ से इस बारे में पूछा गया, तो पहले तो उन्होंने ईशान के फैसले का सम्मान किया, लेकिन यह भी बताया कि किसी भी खिलाड़ी को भारत के लिए खेलने के लिए वापस आने के लिए घरेलू क्रिकेट की कठिन परिस्थितियों से गुजरना होगा। हालांकि, सब कुछ बीसीसीआई पर निर्भर करता है। द्रविड़ के बयान के बाद जब ईशान ने फिर भी इसका पालन नहीं किया, तो बीसीसीआई ने और सख्त कदम उठाने का मन बना लिया। बीसीसीआई को ईशान के ब्रेक लेने से कोई समस्या नहीं थी, लेकिन विश्व कप में भारत की दिल तोड़ने वाली हार से उबरने के बाद, उन्हें आईपीएल से पहले अपने नवनियुक्त कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ ट्रेनिंग करते देखा गया और उन्होंने खुद को रणजी ट्रॉफी के लिए उपलब्ध नहीं कराया। इसने ताबूत में आखिरी कील का काम किया।

रहस्य से घिरा है श्रेयस अय्यर का मामला
जहां तक श्रेयस अय्यर की बात है तो उनका मामला काफी ज्यादा रहस्य से घिरा हुआ है। कुछ हफ्ते पहले तक अय्यर के साथ एकमात्र समस्या उनकी फॉर्म थी, क्योंकि वह इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में प्रभाव छोड़ने में असफल रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया और बाकी तीन टेस्ट से उन्हें ड्रॉप किया गया, तस्वीर साफ होती गई। कुछ रिपोर्टों में यह कहा गया था कि श्रेयस पीठ की ऐंठन से जूझ रहे हैं। हालांकि, उन्हें टीम से बाहर करने की वजह उनकी फॉर्म है।

ईशान की तरह श्रेयस के भी रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलने की उम्मीद थी, लेकिन जब उन्होंने पीठ की चोट की शिकायत की और इसकी वजह से मुंबई के लिए रणजी मैच नहीं खेला तो बीसीसीआई ने इसकी जांच करने का फैसला किया। एनसीए फिजियो के एक बयान ने पूरा पासा ही पलट दिया। फीजियो ने कहा कि श्रेयस को कोई चोट नहीं है और वह खेलने के लिए पूरी तरह फिट हैं। इसके बाद श्रेयस ने खुद को मुंबई के रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के लिए उपलब्ध कराया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस बीच श्रेयस को केकेआर के ट्रेनिंग कैंप में भी देखा गया, जिससे जाहिर तौर पर चयनकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने उन्हें अनुबंध से बाहर करने का निर्णय लिया।

रोहित ने भी दिया बयान
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने चौथे टेस्ट में इंग्लैंड पर भारत की सीरीज-जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस विषय पर संक्षेप में बात की थी। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने खेलने की भूख और खिलाड़ियों में भूख जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि अगर खिलाड़ी में भूख नहीं है तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम में शामिल नहीं किए जाएंगे। उन्हें मौका दिया जाएगा जिनमें भारत का प्रतिनिधित्व करने को लेकर भूख है। ऐसा माना जा रहा था कि यह उन्होंने ईशान और श्रेयस जैसे क्रिकेटर्स के लिए कहा था।

टी20 विश्व कप में खेलने पर खतरा
दो महीने पहले तक ईशान और श्रेयस, दोनों का भविष्य उज्जवल था। हालांकि, यह कहना अनुचित होगा कि अब उनका भविष्य नहीं है। उन्हें अब यहां से वापसी करने में कुछ समय लग सकता है। ईशान ने आखिरकार तीन महीने बाद कल डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में अपना पहला प्रतिस्पर्धी मैच खेला और श्रेयस को रणजी सेमीफाइनल में भाग लेना है। लेकिन एक महीने से भी कम समय में आईपीएल शुरू होने और आगे कोई घरेलू क्रिकेट नहीं होने के कारण, ईशान और श्रेयस दोनों पर एक जून से शुरू होने वाले टी20 विश्व कप से बाहर होने का खतरा है।