नशीले कफ सिरप सिंडिकेट के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल का सबसे बड़ा राजदार
यूपी में नशीले कफ सिरप सिंडिकेट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस पूरे केस में अब ईडी की भी एंट्री हो गई है। बुधवार को ईडी लखनऊ जोनल दफ्तर की दो टीमें वाराणसी पहुंची और सरगना शुभम जायसवाल के मकान पर समन चस्पा कर दिया। दुबई फरार हो चुके शुभम को फर्मों और संपत्तियों से जुड़ी तमाम जानकारियों के साथ 8 दिसंबर को तलब किया गया है।
इस बीच, शुभम के पिता भोला प्रसाद को पुलिस ने अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में उसने जो जानकारी दी, उससे इस धंधे में वाराणसी के सीए विष्णु अग्रवाल की अहम भूमिका सामने आई है। शुभम के काले कारनामे का पूरा हिसाब विष्णु ही रखता था। पुलिस अब उसकी तलाश में जुट गई है। सीए के संपर्क में कौन-कौन थे, इसकी जांच भी की जा रही है।
ईडी दो दिन के भीतर इस मामले के अन्य आरोपियों अमित सिंह टाटा, आलोक सिंह, भोला जायसवाल, गौरव, वरुण, विकास, आसिफ, वासिफ, विकास सिंह नरवे समेत 30 से ज्यादा आरोपियों को समन भेजा जाएगा। जेल में बंद आरोपियों से अदालत से अनुमति लेकर पूछताछ की जाएगी। ईडी ने गाजियाबाद, सोनभद्र, वाराणसी, जौनपुर, लखनऊ आदि जिलों में दर्ज 30 से ज्यादा एफआईआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है।
ईडी ने शुभम जायसवाल से बीते 10 वर्षों का आयकर विवरण और खरीदी और बेची गईं संपत्तियों का ब्योरा मांगा है। इसी तरह बैंक खातों, कंपनियों, फर्मों, पार्टनरशिप फर्मों, उनके निदेशक, प्रमोटर, गारंटर, स्टेकहोल्डर के नाम भी बताने को कहा है। इसमें बंद की जा चुकी कंपनियां और फर्में भी शामिल हैं। ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रवीन कुमार की ओर से भेजे गए समन में शुभम के पेश नहीं होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।