Paush Putrada Ekadashi 2025: श्री हरि विष्णु की कृपा चाहिए तो - पौष पुत्रदा एकादशी पर शिवलिंग में चढ़ाएं ये चीजें
शहद को मिठास का प्रतीक है। पौष पुत्रदा एकादशी के दिन शिवलिंग पर शहद मिश्रित जल से अभिषेक करने से रोग दूर होते हैं और जीवन में मिठास आती है। ऐसे में तांबे के पात्र में शुद्ध जल, थोड़ा सा शहद और गंगाजल मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें।
पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत बहुत शुभ माना जाता है। यह एकादशी पौष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ती है और इसके नाम से ही इसके महत्व के बारे में पता चलता है। कहा जाता है कि जो लोग संतान की इच्छा रखते हैं, उन्हें यह व्रत जरूर करना चाहिए। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 30 दिसंबर (Paush Putrada Ekadashi 2025) को रखा जाएगा।
बिल्व पत्र भगवान शिव को बहुत प्रिय है। ऐसे में पौष पुत्रदा एकादशी के दिन शिवलिंग पर बिल्व पत्र चढ़ाएं। ऐसा करने से शिव और विष्णु जी दोनों की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में आ रही मुश्किलें दूर होती हैं।
शहद मिश्रित जल
शहद को मिठास का प्रतीक है। पौष पुत्रदा एकादशी के दिन शिवलिंग पर शहद मिश्रित जल से अभिषेक करने से रोग दूर होते हैं और जीवन में मिठास आती है। ऐसे में तांबे के पात्र में शुद्ध जल, थोड़ा सा शहद और गंगाजल मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें।
काले तिल
पौष महीना और पौष पुत्रदा एकादशी के दिन तिल का विशेष महत्व है। ऐसे में इस दिन काले तिल का दान करें। साथ ही शिवलिंग पर इसे चढ़ाएं। ऐसा करने से शनि दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
कच्चा दूध
कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत अच्छा माना जाता है। इससे मानसिक शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अभिषेक करते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
गुड़
इस शुभ दिन पर शिवलिंग गुड़ अर्पित करें या फिर गुड़ मिश्रित जल से अभिषेक करें। इस उपाय को करने से धन और कारोबार में उन्नति मिलती है। साथ ही शिव कृपा प्राप्त होती है।