UP में बनेगा लिफ्ट एक्ट? नोएडा में हादसे के बाद CM योगी आदित्यनाथ के सामने आया प्रस्ताव

अब हाउसिंग सोसायटी के लिफ्ट खराब होने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है. ग्रेटर नोएडा के जेवर से बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को सीएम से मुलाकात की और लिफ्ट एक्ट सदन से पास करवाने की मांग की है.

UP में बनेगा लिफ्ट एक्ट? नोएडा में हादसे के बाद CM योगी आदित्यनाथ के सामने आया प्रस्ताव

नोएडा के हाइराइज हाउसिंग सोसायटी में लिफ्ट फंसना और रुकना आम बात हो गई है. हाल ही में एक पॉश सोसायटी में लिफ्ट गिरने से एक महिला की मौत हो गई थी. अब हाउसिंग सोसायटी के लिफ्ट खराब होने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है. ग्रेटर नोएडा के जेवर से बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को सीएम से मुलाकात की और लिफ्ट एक्ट सदन से पास करवाने की मांग की है.

दिल्ली से सटे गौतम बौद्ध नगर जिले के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों हाई राइज रेजिडेंशियल सोसायटीज हैं. विधायक धीरेंद्र सिंह ने सीएम के सामने हाई राइज हाउसिंग सोसायटीज में लिफ्ट से होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में बताया और लिफ्ट एक्ट सदन में पास करवाने का प्रस्ताव रखा. 

धीरेंद्र ने सीएम को एक पत्र भी दिया और बताया कि गौतमबुद्ध नगर के निवासी लंबे समय से लिफ्ट अधिनियम की मांग कर रहे हैं. इसका मसौदा भी पीडब्ल्यूडी विभाग के पास तैयार है, जिसे कैबिनेट के अनुमोदन के बाद सदन में रखा जाना चाहिए.

धीरेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि लिफ्ट एक्ट की जरूरत क्यों है? उन्होंने कहा, एक समर्पित लिफ्ट अधिनियम डिवेलपर्स, ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच जवाबदेही और पारदर्शिता के लिए एक स्पष्ट ढांचा स्थापित करेगा. यह सुनिश्चित करेगा कि सभी पक्ष मानकीकृत सुरक्षा, प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं का पालन करे.

लिफ्ट अधिनियम आने से गुणवत्ता में भी सुधार देखा सकता है. धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, लिफ्ट अधिनियम आने से रेसिडेंशियल और कमर्शियल बिल्डिंग्स में स्थापित लिफ्ट उच्च गुणवत्ता के मानकों को पूरा करेगा और तकनीकी विफलताओं के जोखिम को कम करेगा. विधायक का दावा है कि इस एक्ट के आने के बाद बिल्डर्स और रेसिडेंस के बीच एक विवाद भी खत्म हो जाएगा. बहरहाल, देखने वाली बात होगी कि लिफ्ट एक्ट सदन में पेश किया जाता है या नहीं.

पिछले हफ्ते एक सोसायटी में लिफ्ट की खराबी के बाद 72 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी. माना जा रहा था कि हार्ट अटैक से जान गई है. घटना के वक्त महिला लिफ्ट में अकेली थी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. 

सोसायटी के निवासियों ने रखरखाव प्रबंधन टीम और लिफ्ट बनाने वाली कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है. गौतमबुद्ध नगर जिले में लिफ्ट दुर्घटनाओं के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है. ऊंची इमारतों के निर्माण के बाद लिफ्ट दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. लंबे समय से जिले के निवासी लिफ्ट एक्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं.