उमड़ी भारी भीड़ - चरमराई व्यवस्था; बांकेबिहारी व राधारमण मंदिर में बिगड़े हालात
मंदिर के पहले द्वार से लेकर मुख्य मंदिर तक भीड़ का दबाव सुबह से बनना शुरू हुआ तो दोपहर तक बना ही रहा। भीड़ के दबाव में मंदिर के अंदर पच्चीस मीटर का दायरा पार करने में श्रद्धालुओं को एक से डेढ़ घंटे का समय लगा।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि में नियंत्रण हो पाना संभव नहीं हो पा रहा है। राधारमण मंदिर में भी रविवार सुबह से ही भीड़ का दबाव ऐसा रहा कि लोग घंटों भीड़ के दबाव में फंसे रहे और चीख-पुकार होती रही।
मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के कोई उपाय न होने के कारण लोग मनमानी करके मंदिर में प्रवेश करने और बाहर निकलने के दौरान आमने-सामने आ गए।
बांकेबिहारी मंदिर के साथ ही सप्तदेवालयों में शामिल राधारमण मंदिर में भी रविवार की सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए पहुंचने लगी, तो हालात बिगड़ गए।
मंदिर के पहले द्वार से लेकर मुख्य मंदिर तक भीड़ का दबाव सुबह से बनना शुरू हुआ तो दोपहर तक बना ही रहा। भीड़ के दबाव में मंदिर के अंदर पच्चीस मीटर का दायरा पार करने में श्रद्धालुओं को एक से डेढ़ घंटे का समय लगा।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती रही। मंदिर के अंदर और बाहर भीड़ का दबाव व आपाधापी के माहौल से श्रद्धालुओं की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गलियों में भीड़ का दबाव पूरे दिन देखने को मिला।
दोपहर को मंदिर के पट बंद होने तक हजारों श्रद्धालु दर्शन से वंचित रह गए, वह मंदिर के आसपास ही डेरा डालकर बैठ गए। शाम को मंदिर के दर्शन खुले ताे एकबार फिर भीड़ का दबाव बना नजर आया। शाम होने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट हुई और हालत संभल सके।
Vidushi Mishra