PM MODI IN LOKSABHA: 'जो वंदे मातरम नहीं गाए, उसे पासपोर्ट न दिया जाए' लोकसभा में चर्चा पर स्वामी चक्रपाणी
स्वामी चक्रपाणी ने संसद में वंदे मातरम पर चर्चा को लेकर कहा, ‘जब एक वर्ग कहता है कि हम वंदेमातरम नहीं बोलेंगे, निश्चित रूप से इस पर चर्चा होनी चाहिए. संसद से प्रस्ताव भी पास होना चाहिए, जो वंदे मातरम् नहीं बोलता है उसे पासपोर्ट नहीं दिया जाए. उसे सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जाए, उसे वोट देने का अधिकार भी नहीं दिया जाए, ना विधायक एमपी एमएलए बने, पासपोर्ट भी रद्द किया जाए.’
मी चक्रपाणी ने कहा है कि जो वंदेमातरम् नहीं बोलता है, उसे पासपोर्ट नहीं दिया जाए, उसे सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जाए. तो वहीं मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि पहली दो लाइन से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.
स्वामी चक्रपाणी ने संसद में वंदे मातरम पर चर्चा को लेकर कहा, ‘जब एक वर्ग कहता है कि हम वंदेमातरम नहीं बोलेंगे, निश्चित रूप से इस पर चर्चा होनी चाहिए. संसद से प्रस्ताव भी पास होना चाहिए, जो वंदे मातरम् नहीं बोलता है उसे पासपोर्ट नहीं दिया जाए. उसे सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जाए, उसे वोट देने का अधिकार भी नहीं दिया जाए, ना विधायक एमपी एमएलए बने, पासपोर्ट भी रद्द किया जाए.’
वहीं मौलाना साजिद रशिदी ने कहा, ‘इस पर बात होनी चाहिए. 1937 में जब उस वक्त के बड़े आलिम थे, मौलाना अबुल कलाम आजाद, मौलाना हसरत मोहानी… उन्होंने वंदे मातरम के पूरे गीत पर ऐतराज जताया. कांग्रेस ने रिजोल्यूशन पास किया और ये कहा कि हम सिर्फ पहली दो लाइन आजादी के वक्त में गाएंगे. आगे का गीत नही गाएंगे. पूरी आजादी की लड़ाई में पहली दो लाइन गायी गई.’
वह कहते हैं, ‘पहली दो लाइन गाने में कोई ऐतराज नहीं है. मुस्लिम ऐतराज नहीं करता है. आप गाइये, मन से गाइये, जब हम संविधान कहता है आपको अभिव्यक्ति की आजादी है, जो चाहे कह सकते हैं, जो चाहे नहीं कह सकते है. जब हमारे धर्म से इसकी कुछ लाइनें आड़े आती है, तो संविधान आजादी देता है कि वो नही गाएं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर बहस की शुरुआत करेंगे, जिससे राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्वपूर्ण और अज्ञात तथ्यों के सामने आने की उम्मीद है. संसद में वंदे मातरम् पर इस चर्चा के दौरान हंगामे के भी आसार हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही कांग्रेस पर गीत के छंद हटाने का आरोप लगाया है.
इस बहस के लिए 10 घंटे का समय आवंटित किया गया है. पीएम मोदी बहस की शुरुआत करेंगे, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दूसरे वक्ता होंगे. विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई समेत कई सांसदों के बहस में हिस्सा लेने की उम्मीद हैं.
लोकसभा के बाद मंगलवार को राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ पर मंगलवार को चर्चा होगी, जहां गृह मंत्री अमित शाह चर्चा की शुरुआत करेंगे और स्वास्थ्य मंत्री तथा राज्यसभा में नेता जेपी नड्डा दूसरे वक्ता होंगे.