दोस्त निकला दोस्त का कातिल- आरोपी बोला, दया आने पर दोस्त की पत्नी से कर ली थी शादी

तीन साल पुराने अपहरण और हत्या के मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों बब्लू और गुरमीत को गिरफ्तार किया है। सबसे अहम बात यह है कि पुलिस ने इस केस में FR (फाइनल रिपोर्ट) लगाते हुए इसे बंद कर दिया था।

दोस्त निकला दोस्त का कातिल- आरोपी बोला, दया आने पर दोस्त की पत्नी से कर ली थी शादी

रामपुर के केमरी में तीन साल पुराने अपहरण और हत्या के मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों बब्लू और गुरमीत को गिरफ्तार किया है। सबसे अहम बात यह है कि पुलिस ने इस केस में FR (फाइनल रिपोर्ट) लगाते हुए इसे बंद कर दिया था। मामले की फिर से तफ्तीश कर इसका खुलासा किया गया है।
दिसंबर 2019 में केमरी निवासी नईम गायब हो गया था। इसका आज तक पता नहीं चल सका है वह कहां गया। उसकी मां की तहरीर पर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 364 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने इस केस में एफआर लगाते हुए इस बंद कर दिया था। पुलिस ऐसी जानकारी मिली कि जिन लोगों पर आरोप लगा था उसमें एक से नईम की पत्नी ने शादी कर ली है। इसके बाद पुलिस ने इस मामल की फिर से तफ्तीश शुरू की। पुलिस ने इस मामले में बब्लू और गुरमीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने नईम की हत्या की कर उसके शव को नदी में फेंक दिया था। बाद में बब्लू ने नईम की पत्नी से शादी कर ली थी।
पुलिस की पूछताछ में बब्लू ने बताया कि हमलोग गोकशी का काम करते थे। एक दिन नशे में बब्लू की हत्या कर दी। बाद में उसे अपनी करनी पर पछतावा हुआ। क्योंकि नईम के छोटे-छोटे बच्चे थे। इस वजह से उसने नईम की पत्नी से शादी कर ली। हालांकि पुलिस का दावा है कि बब्लू के नईम की पत्नी से पहले संबंध थे। लेकिन बब्लू ने इस बात से इनकार किया। पुलिस के मुताबिक बब्लू ने अपने दोस्त गुरमीत की मदद से नईम का केमरी से अपहरण कर लिया। इसके बाद खजुरिया थाना क्षेत्र के अलवा के जंगल में ले जाकर उन्होंने शराब पिलाकर नदी किनारे गला घोंटकर हत्या कर दी और शव नदी में फेंक दिया।
नईम की मां नफीसा ने केमरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। मगर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने महिला ने मामले की शिकायत डीजीपी से की। बाद में पुलिस ने डीजीपी के आदेश पर नफीसा की ओर से अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की। जिसमें शक के आधार पर बबलू, तंजील और नईम की पत्नी रूबी को नामजद किया गया। पुलिस ने साक्ष्य के अभाव में एफआर लगा दी। मगर, बाद में फिर पुर्न विवेचना हुई। विवेचना के दौरान बबलू और गुरमीत का नाम प्रकाश में आया। हालांकि नईम का शव बरामद नहीं हुआ है।
इस केस को बंद कर दिया था। नईम की मां ने हमसे इंसाफ की मांग की थी। इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी। संदेह उस वक्त गहराया जब आरोपी के साथ ही मृतक की पत्नी ने शादी रचा ली। अभी तक इस मामले में नईम की पत्नी की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। इसलिए उसका नाम मुकदमे में नहीं खोला गया। हमारे पास इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि नईम की हत्या बब्लू और गुरमीत ने ही की थी।