भाजपा में शामिल होने के सवाल पर दिया ये जवाब: सपा से निष्कासित विधायक पूजा ने छुए डिप्टी सीएम केशव के पैर

भाजपा में शामिल होने के सवाल पर दिया ये जवाब: सपा से निष्कासित विधायक पूजा ने छुए डिप्टी सीएम केशव के पैर

समाजवादी पार्टी से निष्कासित कौशाम्बी के चायल से विधायक पूजा पाल बृहस्पतिवार को फिर सुर्खियों में आ गईं। सर्किट हाउस में उन्होंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पैर छुए। केशव प्रसाद ने भी हाथ उठाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। 

संवाददाताओं से बातचीत में पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को अपना अभिभावक बताया। कहा कि पति राजू पाल की हत्या के मामले में योगी सरकार से मुझे न्याय मिला। 


इसी वजह से मैंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की। फूलपुर विधानसभा उपचुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया था। भाजपा कब ज्वॉइन करेंगी, क्या भाजपा के टिकट पर शहर पश्चिम या चायल से चुनाव लड़ने का इरादा है।

इस पर उन्होंने कहा कि मुझे जो आदेश मिलता है, उसके अनुसार कार्य करती हूं। निर्णय भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही लेगा।
 
अखिलेश की बातों पर न दें ध्यान, आरक्षण खत्म होगा न ही संविधान : केशव मौर्य
उधर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एक बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव से लौटने के बाद अखिलेश अस्वस्थ हो गए हैं। उनका मानसिक संतुलन भी बिगड़ गया है। आरक्षण और संविधान कोई खत्म नहीं कर पाएगा।
 
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार प्रयागराज पहुंचे केशव ने शहीद चंद्रशेखर आजाद सर्किट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि अखिलेश 2027 में होने वाले चुनाव में खुद को सत्ता के करीब देख रहे थे पर 2047 में भी उनके आने की संभावना खत्म हो गई है।
 
कांग्रेस के पंचायत चुनाव अकेले लड़ने के सवाल पर केशव ने कहा कि यह उनकी समस्या है। चाहे वह अकेले लड़ें या मिलकर पर कमल ही खिलेगा। मतदाता सूची शुद्धिकरण के कार्यक्रम में कोई मतदाता न छूटे, इसके लिए भाजपा काम कर रही है।
 
पार्टी ने प्रदेश के लिए सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम को 25-25 जिलों की जो जिम्मेदारी दी, उसी के तहत प्रयागराज से वह इसकी शुरुआत कर रहे हैं। मैं सभी बीएलओ भाई-बहनों से कहूंगा कि ममता बनर्जी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव के चक्कर में न पड़ें।
वे अपने कर्तव्य का ईमानदारी से जिम्मेदारी के साथ पालन करें। आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है। तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले लोगों ने वोटर लिस्ट में कुछ घुसपैठिए के नाम डाले हैं, उसे हटना चाहिए।