मुख्यमंत्री योगी ने गिनाए, PM Modi की अगुआई में बने सशक्त भारत के चार स्तंभ

अल्पसंख्यक हों या बहुसंख्यक, 9 साल में बिना भेदभाव सभी को समान रूप से योजनाओं का लाभ मिल रहा है.

मुख्यमंत्री योगी ने गिनाए, PM Modi की अगुआई में बने सशक्त भारत के चार स्तंभ

9 साल में भारत की तस्वीर बदल चुकी है. पीएम मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विदेश में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है. यहां आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से हर भारतवासी खुली हवा में सांस ले रहा है, तो गरीबों का कल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से भारत नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है. 

कभी एक प्रधानमंत्री कहते थे कि हम एक रुपये भेजते हैं तो गरीबों को 15 पैसे मिलते हैं, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने 45 करोड़ गरीबों का जनधन खाता खुलवाकर भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार किया है.

कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से सीधे खाते में पैसे भेजे जाने लगे हैं. बिचौलियों का राज खत्म हुआ और जरूरतमंदों की आशाओं को पंख लगे हैं. देशवासियों का चारों ओर सम्मान हो रहा  है. 

आंतरिक-बाह्य सुरक्षा, गरीब कल्याण और बुनियादी ढांचे के विकास के चार स्तंभों से भारत सशक्त हुआ है. 9 साल में बदली परिस्थितियों को न केवल सभी ने महसूस किया है,बल्कि नए भारत का दर्शन भी किया है.

पहले स्तंभ के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सफलतम 9 वर्ष में वैश्विक स्तर पर भारत का मान-सम्मान बढ़ा है. हाल ही में पीएम की तीन देशों की यात्रा इसका प्रमाण है. पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने पैर छूकर पीएम मोदी का अभिनंदन किया. प्रोटोकॉल तोड़ देर शाम आगवानी की. 

यह पहली बार हुआ है, जब किसी संप्रभु राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्ष ने अपने समकक्ष का इस तरह अभिनंदन किया है. पापुआ न्यू गिनी और फिजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को बॉस कहकर संबोधित किया. 

अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लेने की इच्छा व्यक्त करना, 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. 21 जून को हर साल पूरी दुनिया योग से जुड़कर भारत की विरासत का सम्मान कर रही है.  

आंतरिक और बाह्य सुरक्षा बड़ा स्तंभ है. सुरक्षित देश ही सशक्त हो सकता है. किसी भी देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है. आज भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की स्थिति सुदृढ़ हुई है. कोई भी भारत की ओर टेढ़ी नजर से देखने का प्रयास नहीं कर सकता है. 

अटल जी ने कहा था कि हम सब कुछ कर सकते हैं, मगर पड़ोसी नहीं बदल सकते. भारत हमेशा पड़ोसियों के प्रति सकारात्मक भाव रखता रहा है. मगर कुछ लोग अपनी प्रवृत्ति से मुक्त नहीं हो पाते तो भारत ने जैसे को तैसे का जवाब भी दिया.

सुरक्षा के मामले में देश में नई आस और विश्वास का भाव पैदा हुआ है. सीमाएं सुरक्षित और सुदृढ़ हुई हैं. आंतरिक सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है. चाहे जम्मू कश्मीर हो या पूर्वोत्तर, नक्सल उग्रवाद, माओवाद, अलगाववाद और आतंकवाद पर हमने निर्णायक काबू पा लिया है. सुरक्षा के मामले में देश में नई आस और विश्वास का भाव पैदा हुआ है.

मोदी सरकार की उपलब्धियों का तीसरा स्तंभ विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा है. 140 करोड़ जनता की आवश्यकता की पूर्ति के लिए भारत के पास वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर है. अमीर ही नहीं, गरीबों को भी एयर कनेक्टिविटी मिली है. आजादी के बाद 70 साल में केवल 74 एयरपोर्ट बने थे. 

9 साल में पीएम मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति से 74 नए एयरपोर्ट दिए गए हैं. इसके अलावा हाईवे, एक्सप्रेसवे, वाटरवे, रेलवे और लॉजिस्टिक के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का नया जाल बिछा है. रैपिड रेल और नए पोर्ट बन रहे हैं. फ्लोटिंग जेटी से वाटरवे का लाभ मिल रहा है. नए एम्स भी बन रहे हैं. स्वास्थ्य क्षेत्र का ढांचा भी मजबूत हुआ है.

 

गरीब कल्याण चौथा महत्वपूर्ण स्तंभ है. 9 साल में भारत सरकार ने अनेक योजनाओं के जरिये इसे सिद्ध भी किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार गरीब कल्याण को समर्पित है. बिना भेदभाव सबका साथ, सबका विकास की भावना चरितार्थ हो रही है. 

45 करोड़ से अधिक गरीबों के जनधन खाते खोले गए, इससे अकल्पनीय परिवर्तन दिखा. यूपी को इसका सर्वाधिक लाभ मिला. यहां 8.5 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए. इसके परिणाम से डीबीटी का लाभ मिल रहा है. ये भ्रष्टाचार पर सबसे बड़ा प्रहार है. एक क्लिक में करोड़ों लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना, निराश्रित महिला, दिव्यांग और वृद्धों को पेंशन का लाभ मिल रहा है.  

अल्पसंख्यक हों या बहुसंख्यक, 9 साल में बिना भेदभाव सभी को समान रूप से योजनाओं का लाभ मिल रहा है. सिर्फ उत्तर प्रदेश पर नजर दौड़ाएं तो 6 वर्षों में 54 लाख गरीबों को आवास दिए गए. 

यह योजना आर्थिक स्वावलंबन का आधार बनी. उत्तर प्रदेश में मुस्लिम आबादी 19 से 20 फ़ीसदी होगी, जबकि योजनाओं में इस समुदाय के लाभार्थियों की संख्या 35 फ़ीसदी थी, जो यह दर्शाता है कि सरकार बिना किसी भेदभाव सबको विकास से जोड़ रही है.