सीएम एकनाथ शिंदे से नजदीकी पड़ी महंगी, पूर्व मंत्री राजकिशोर पार्टी से निष्कासित, 'डिंपल' भी बाहर

बसपा सुप्रीमो मायावती ने दो नेताओं राजकिशोर सिंह और बृजकिशोर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दरअसल इन दोनों नेताओं को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। ये दोनों नेता एकनाथ शिंदे के कार्यक्रम में उनके साए की तरह देखे गए थे। मायावती को उनकी अपने प्रतिद्वंदी से करीबी रास नहीं आई और उन्होंने दोनों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया

सीएम एकनाथ शिंदे से नजदीकी पड़ी महंगी, पूर्व मंत्री राजकिशोर पार्टी से निष्कासित, 'डिंपल' भी बाहर

एक तरफ निकाय चुनाव का एलान हुआ तो दूसरी तरफ बसपा ने अपने दो नेताओं को निष्कासित कर दिया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दो नेताओं राजकिशोर सिंह और बृजकिशोर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दरअसल इन दोनों नेताओं को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है।

ये दोनों नेता एकनाथ शिंदे के कार्यक्रम में उनके साए की तरह देखे गए थे। मायावती को उनकी अपने प्रतिद्वंदी से करीबी रास नहीं आई और उन्होंने दोनों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। बता दें कि रविवार यानी आज महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे अयोध्या आये थे। इन दोनों नेताओं ने अयोध्या में एकनाथ शिंदे से मुलाकात की, जिसका इन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।

बस्ती क्षेत्र में राजकिशोर जाने पहचाने नेता हैं। तीन बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत बसपा से ही की थी। उसके बाद सपा में शामिल हुए और कैबिनेट मंत्री बने। उनके भाई बृजकिशोर डिंपल भी राजनीति में सक्रिय हैं। उन्हें भी सपा सरकार में उर्जा सलाहकार बनाया गया था। बाद में दोनों कांग्रेस में चले गए। 

वर्ष 2020 में फिर से बसपा में शामिल हो गए थे। बस्ती के बसपा जिला अध्यक्ष जयहिंद गौतम ने पत्र जारी करते हुए दोनों के ही बसपा से निष्कासन की बात कही। चिट्ठी में लिखा है कि दोनों को अनुशासहीनता करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर पार्टी से निष्कासित किया जाता है। बताया जा रहा है कि रविवार को महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे अयोध्या आए थे। इन दोनों नेताओं ने अयोध्या में एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। हालांकि दोनों को ही भाजपा के संपर्क में बताया जा रहा है।

बता दें कि यूपी में निकाय चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही इन दोनों बड़े नेताओं पर बसपा का एक्शन बस्ती के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं बात अगर यूपी निकाय चुनाव की करें तो यूपी में 4 और और 11 मई को मतदान होगा और 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 

यूपी निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण में 9 मंडल में वोटिंग होगी जिसमें वाराणसी, साहरनपुर, आगरा, झांसी, मुरादाबाद, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर, हैं। इसके साथ ही दूसरे चरण में भी 9 मंडल में वोटिंग होनी है. जिसमें चित्रकूट, मेरठ, कानपुर, अलीगढ़, अयोध्या, बस्ती, आजमगढ़ और मिर्जापुर शामिल हैं। वहीं नामाकंन पत्र भरने और जमा करने की तारीख पहले चरण के चुनाव के लिए 11 से 17 अप्रैल तक है और दूसरे चरण के लिए 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक है।