भूकंप के तेज झटकों से दहला चीन, कई इमारतें गिरीं, कई लोग घायल, 5.5 तीव्रता से हिली धरती
चीन के शानदोंग प्रांत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। देझाउ शहर के पिंगयुआन काउंटी में 5.5 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर ने बताया कि भूकंप के झटके स्थानीय समय अनुसार, रविवार सुबह ढाई बजे महसूस किए गए।
चीन में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक चीन के शानदोंग प्रांत के देझाउ शहर के पिंगयुआन काउंटी में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 दर्ज की गई है। चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर ने बताया कि भूकंप के झटके स्थानीय समय अनुसार, रविवार सुबह ढाई बजे महसूस किए गए है।
बता दे कि चीन के शानदोंग प्रांत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। देझाउ शहर के पिंगयुआन काउंटी में 5.5 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर ने बताया कि भूकंप के झटके स्थानीय समय अनुसार, रविवार सुबह ढाई बजे महसूस किए गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप के चलते कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिनमें कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र देझाउ शहर के दक्षिण में 26 किलोमीटर दूर 10 किलोमीटर की गहराई में था। बता दें कि इससे पहले शनिवार को अफगानिस्तान में भी 5.8 रिक्टर स्केल तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। भूकंप का केंद्र हिंदू कुश क्षेत्र था। अफगानिस्तान में आए भूकंप में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
शनिवार को भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.7 रही। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत रहा। भूकंप के झटकों में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
आपको बतादें, इससे पहले शनिवार को अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। अफगानिस्तान में 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र हिंदू कुश क्षेत्र था। हालांकि इससे किसी तरह के कोई नुकसान की खबर सामने नहीं आई थी।
बता दें कि इसी साल दुनिया ने तुर्किए में भूकंप से हुई भारी तबाही को देखा है। तुर्किए में बीती 6 फरवरी को आए भीषण भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई और तुर्किए और सीरिया में 44 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। वहीं 80 हजार लोग जख्मी हुए थे। इस भूकंप के जरिए दोनों देशों को अरबों डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है। यह नुकसान तुर्किए की जीडीपी के चार प्रतिशत के बराबर है।