इस उपाय से बूंद-बूंद करके शरीर से जहरीला एसिड निकल आएगा बाहर; इन चीजों को खाते है तो सावधान 

हमारे शरीर का पीएच लेवल 7.5 के आसपास होता है। इस वजह से बॉडी को थोड़ा एल्कलाइन माना जाता है। न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि एसिड-बेस बैलेंस बिगड़ना खतरनाक होता है और गैस-एसिडिटी, ड्राई स्किन, ड्राई आई, सिरदर्द, पीलिया आदि हो सकता है। इसलिए आपको ज्यादा एसिड बनाने वाले फूड नहीं खाने चाहिए।

इस उपाय से बूंद-बूंद करके शरीर से जहरीला एसिड निकल आएगा बाहर; इन चीजों को खाते है तो सावधान 

हर फूड का एक पीएच लेवल होता है, जो उसका नेचर बनाता है। एसिड-बेस स्केल पर 7 पीएच को नॉर्मल माना जाता है और इससे नीचे जाने पर एसिड नेचर बढ़ता जाता है। इस तरह 1 पीएच वाली चीजें सबसे ज्यादा एसिडिक और 14 पीएच वाली चीजें सबसे ज्यादा बेसिक होती हैं।

हमारे शरीर का पीएच लेवल 7.5 के आसपास होता है। इस वजह से बॉडी को थोड़ा एल्कलाइन माना जाता है। न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि एसिड-बेस बैलेंस बिगड़ना खतरनाक होता है और गैस-एसिडिटी, ड्राई स्किन, ड्राई आई, सिरदर्द, पीलिया आदि हो सकता है। इसलिए आपको ज्यादा एसिड बनाने वाले फूड नहीं खाने चाहिए।

न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि आपको खानपान पर काफी ध्यान देना चाहिए। आपको एक दिन में डाइट का 75-80 प्रतिशत हिस्सा अल्कलाइन फूड को रखना चाहिए। बाकी 20-25 प्रतिशत हिस्से में एसिड बनाने वाले फूड हो सकते हैं।

रिफाइंड फूड, प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट, कॉफी, एल्कोहॉल जैसी चीजें पीएच लेवल को एसिडिक बनाती हैं। इनका सेवन कम करने के साथ आपको एल्कलाइन फूड्स का सेवन बढ़ाना चाहिए।

ये फूड हैं एल्कलाइन-

बादाम
अधिकतर फल
बीन्स, पालक, ब्रॉकली, गाजर, स्प्राउंट्स आदि सब्जियां
अंजीर
किशमिश
सेलेरी

इस घास से निकाल सकते हैं एसिड-

न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, शरीर से एसिड निकालने के लिए व्हीट ग्रास जूस पिया जा सकता है। इसमे एल्कलाइजिंग गुण होते हैं, जो बॉडी का पीएच लेवल बैलेंस में ला सकते हैं और आपको राहत दे सकते हैं।

ये भी शरीर में भर सकता है एसिड -

न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, खाना तो शरीर को एसिड या एल्कलाइन बना ही सकता है। बल्कि आपकी लाइफस्टाइल का भी इस पर असर पड़ता है। इसलिए देर से सोने या नींद की कमी के कारण बॉडी का पीएच लेवल बिगड़ सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।