IIT Kanpur Research: क्यों बार-बार आ रहे भूकंप, किसी बड़ी तबाही का इशारा तो नहीं कर रही धरती?

आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक का मानना है कि जो भूकंप बार-बार आ रहे हैं उसको लेकर पहले से ही उनका रिसर्च चल रहा है और अब इसे और तेज करने की जरूरत है. ताकि भविष्य में आने वाले भूकंप को लेकर लोग सचेत रह सके और कम जनहानि हो.

IIT Kanpur Research: क्यों बार-बार आ रहे भूकंप, किसी बड़ी तबाही का इशारा तो नहीं कर रही धरती?

पिछले कुछ महीनो से देश भर में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. दरअसल छोटे-छोटे भूकंप के झटके एक बड़े भूकंप के झटके की आशंका जता रहे हैं. इसको लेकर आईआईटी के वैज्ञानिक भी शोध कर रहे हैं. 

आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक का मानना है कि जो भूकंप बार-बार आ रहे हैं उसको लेकर पहले से ही उनका रिसर्च चल रहा है और अब इसे और तेज करने की जरूरत है. ताकि भविष्य में आने वाले भूकंप को लेकर लोग सचेत रह सके और कम जनहानि हो. इसको लेकर भी बड़े प्रयास होने चाहिए. यह प्रयास आईआईटी कानपुर भी कर रहा है और अन्य शोध संस्थान भी कर रहे हैं.

दरअसल लो मेग्नीट्यूड के भूकंप बड़े भूकंप की आहट दे रहे हैं. एक्सपर्ट्स का आकलन है कि भूकंप के झटके नेपाल से वेस्ट की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं. ऐसे में क्या यहां बड़ा अर्थक्वेक आयेगा, यह एक बड़ा सवाल है. 

रिसर्च के अनुसार आने वाले समय में उत्तराखंड में बड़ा भूकंप आने की आशंका है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर का कहना है कि एक ही जगह पर भूकंप आना चिंता की बात है. कम मेग्नीट्यूड के ज्यादा भूकंप आना एक बड़े भूकंप की आशंका भी है.

उन्होंने कहा कि नेपाल की तरह उत्तराखंड जोन भी एक्टिव है. यहां पर भी है भूकंप आने की काफी आशंका है. दरअसल ट्रेंड देखा गया है कि नेपाल में आने वाले भूकंप वेस्ट की तरफ बढ़ रहे हैं और अगर वेस्ट की तरफ बढ़ते हैं तो इसका इफेक्ट उत्तराखंड पर भी आएगा. 

तो आने वाले समय में एक बड़ा भूकंप उत्तराखंड में थी आएगा एक रिसर्च में यह भी सामने आया है. रिसर्च के अनुसार मानसून के समय क्रैक्स में जब पानी जाता है तो उसे जो वाटर प्रेशर बनता है उसकी वजह से भूकंप की संभावना बढ़ती जा रही है. आईआईटी कानपुर में एक प्रोजेक्ट के के लिए फॉल्ट लाइंस चिन्हित की गई हैं, जहां भूकंप आने की संभावना है.