एसिडिटी और गैस से रहते हैं परेशान तो आपके लिए फायदेमंद है एल्कलाइन डाइट, जानें इसमें क्या-कैसे खाना होता है
एल्कालाइन डाइट से पेट की एसिडिटी तो दूर होती ही है साथ ही पेट की चर्बी कम होती है और वजन घटता है। इससे अर्थराइटिस, डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी फायेदा होता है। अगर आप तनाव का शिकार हैं तो आप एल्कलाइन डाइट लें। एल्कलाइन डाइट एजिंग के साइंस को भी कम करता है।

एसिडिटी दूर करने के लिए क्या करें? हर दूसरे व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या रहती है। आज के खानपान और व्यस्थ दिनचर्या का असर हमारे पेट पर पड़ता है जिसके चलते एसिडिटी की समस्या हो जाती है। एसिडिटी होने से पेट में जलन होती है, पेट में तेज दर्द होता है और आप कुछ खा नहीं पाते।
अगर आपको भी ये समस्या है और दवाओं का असर नहीं हो रहा तो हम आपको बताने जा रहे हैं एल्कलाइन डाइट जिससे एसिडिटी की समस्या दूर होगी। एल्कलाइन डाइट में उन चीजों को शामिल किया जाता है जिनमें एसिड की जगह एल्कलाइन बनाने की क्षमता हो। एल्कलाइन वाले फूड खाने से शरीर का पीएच बैलेंस संतुलित रहता है और एसिडिटी की समस्या भी नहीं होती।
एल्कलाइन डाइट में क्या खाया जाता है? (What is alkaline diet)-
एल्कालाइन डाइट में एसिडिक फूड को एल्कलाइन फूड से रिप्लेस किया जाता है ताकि आपकी बॉडी हेल्दी रहे। तीन तरह का फूड ग्रुप होते हैं पहला एसिडिक जिसमें मीट, फिश, डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडे, ग्रेन्स, एल्कोहॉल आदि शामिल है वहीं दूसरा न्यूट्रल ग्रुप जिसमें न्यूट्रल फैट, स्टार्च, शुगर शामिल होता है और तीसरा ग्रुप है एल्कलाइन जिसमें फल, सब्जियां, ड्रायफ्रूट्स शामिल होते हैं।
एल्कालाइन डाइट के फायदे (Advantages of alkaline diet)-
एल्कालाइन डाइट से पेट की एसिडिटी तो दूर होती ही है साथ ही पेट की चर्बी कम होती है और वजन घटता है। इससे अर्थराइटिस, डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी फायेदा होता है। अगर आप तनाव का शिकार हैं तो आप एल्कलाइन डाइट लें। एल्कलाइन डाइट एजिंग के साइंस को भी कम करता है।
एल्कलाइन डाइट से एसिडिटी कैसे दूर होती है? (Alkaline diet helps to reduce acidity)-
एल्कलाइन डाइट में एल्कलाइन फूड्स के सेवन पर जोर दिया जाता है। इससे बॉडी का पीएच बैलेंस मेनटेन रहता है और बॉडी हेल्दी बनती है। सही पीएच बैलेंस के लिए आपको 70 फीसदी एल्कलाइन और 30 फीसदी एसिडिक फूड खाना चाहिए।
अगर शरीर में पीएच बैलेंस असंतुलित होगा तो थकान, कमजोरी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आदि समस्याएं होने लगेंगी। एल्कलाइन डाइट पीएच बैलेंस करती है जिससे पेट को आराम मिलता है और एसिडिटी, पेट दर्द जैसी शिकायत नहीं होती। आइए जानते हैं आपको इस डाइट में एसिडिटी कम करने के लिए क्या खा सकते हैं।
नारियल पानी (Coconut water to reduce acidity)-
इन दिनों सड़कों पर आपको नारियल पानी दिख जाएगा। ये एल्कलाइन डाइट का हिस्सा होने के साथ-साथ एसिडिटी दूर करने में कारगर है। नारियल पानी पीने से शरीर के टॉक्सिक मटेरियल बाहर निकल जाते हैं। जिन लोगों को अक्सर एसिडिटी की शिकायत रहती है उन्हें नारियल पानी जरूर पीना चाहिए।
केला (Banana for healthy stomach)-
केले में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है। इसे आप एसिडिटी दूर करने के लिए खा सकते हैं। केले में पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। केला खाने से एसिड रिफ्लक्स कम होता है। केले में फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है जो इससे एसिडिटी के दौरान होने वाली जलन से राहत मिलती है।
ठंडा दूध (Cold milk helps to reduce acidity)-
अगर आपको एसिडिटी है तो एल्कलाइन डाइट में आप दूध पी सकते हैं। ठंडे दूध से एसिडिटी दूर होती है। इससे एसिड का असर पेट में कम होता है और पेट की जलन शांत होती है। दूध से शरीर को कैल्शियम मिलता है इसलिए आप दूध को डाइट में शामिल करें।
खीरा (Cucumber is beneficial for stomach)-
इन दिनों बाजार में खीरा भी खूब बिक रहा है। खीरे में 70 प्रतिशत पानी होता है। इससे शरीर तो हाइड्रेट रहता है साथ ही पेट संबंधित शिकायतें जैसे दर्द, जलन से भी छुटकारा मिलता है। एल्कलाइन डाइट का हिस्सा खीरा खाने में बेहद टेस्टी और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है।
तरबूज (Water melon to cure acidity)-
अब जल्द ही आप बाजार में तरबूज देखेंगे। एसिडिटी होने पर आप तरबूज भी खा सकते हैं। तरबूज खाने से एसिडिटी की शिकायत दूर होती है। अससे पेट को आराम मिलता है। तरबूत में भरपूर मात्रा में पानी होता है इसलिए पेट में बन रहा एसिड कम हो जाता है। तरबूज में एंटी-ऑक्सीडेंट और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है आपको इसे डाइट में शामिल करना चाहिए।
एल्कलाइन डाइट के नुकसान (Disadvantages of alkaline diet)-
एल्कलाइन डाइट में मीट, अंडे आदि कम करने के लिए कहा जाता है पर ये हमारे शरीर में प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्वों की कमी दूर करते हैं। कुछ एक्सपर्टस का मानना है कि पीएच बैलेंस करने का काम किडनी कर लेती है इसलिए हमें इस डाइट की जरूरत नहीं है। इस डाइट में एसिड को खत्म किया जाता है जबकि फैटी एसिड, एमिनो एसिड हमारे शरीर के लिए जरूरी हैं।
एसिडिटी को कम करने के लिए आप इस डाइट को अपना सकते हैं, अगर आपको कोई बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही डाइट को अपनाएं।